आज कल लम्हों में वो बात होती नहीं है।


रातों में आंखें आज कल सोती नहीं है,
सुबह मेरी अब होती नहीं है,
वक़्त तो गुजरता है मेरे पहले कि तरह यूहीं,
जो सुकूं पहले था, आज कल लम्हों में वो बात होती नहीं है।
Written By....................
Ghanshyam Choudhary
Miss you God Father😢😢😢

एक टिप्पणी भेजें

3 टिप्पणियाँ

If you have any doubts. Please let me know.