उनके इश्क़ के गफलत में जिंदगी गुज़ार दी मैने,
और वो ज़िंदगी किसी और से मुकम्मल कर रहे है,
उनके इश्क़ के गफलत में जिंदगी गुज़ार दी मैने,
और वो ज़िंदगी किसी और से मुकम्मल कर रहे है,
ठोकरे हमने खाई है उनका सपना मुकम्मल करने को,
वो अपनी मोहब्बत छोड़ किसी और पर मर रहे है।
Written By..................
Ghanshyam Choudhary
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