मै खामोश रहता हु अक्सर, मै नहीं मेरा काम बोलता है,

मै खामोश रहता हु अक्सर,
मै नहीं मेरा काम बोलता है,
मै खामोश रहता हु अक्सर,
मै नहीं मेरा काम बोलता है,
कभी छुपा लेता हु गहरे राज़ दिल में ,
कभी नफा कभी नुक्सान तोलता है,

तुम बुराई करो मेरी जितना, मुझे फर्क नहीं पड़ता,
चुप हो जाता है ज़माना, जब तेरा श्याम बोलता है।

Written By.........
Ghanshyam Choudhary



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