ओए सुन............. मै तुझे, मेरे दिल की बात कहना चाहती हूं,

ओए सुन.............
मै तुझे, मेरे दिल की बात कहना चाहती हूं,
मै पागल हूं तो पागल सही,
 सब आशियाने छोड़, तेरे दिल में रहना चाहती हूं,
ओए सून,
तू नाराज़ जब होगा तो अदाओं से तुझे मना लूंगी,
तू झील है तो मै दरिया,
साथ में तुझे बहा लूंगी,
और तुझे कोई दिक्कत है तो,
मुझे सीधे  सीधे बता देना,
तेरे लिए मै सारी तकलीफे हस कर उठा लूंगी,
ओए सुन,
मै तुझे रोते हुए को हसाना चाहती हूं,
तुझे हर पाप से बचाना चाहती हूं,
और मै मेरे मम्मी पापा से कर लूंगी बात,
तुझे कोई दिक्कत ना हो तो,
तुझे अपने बच्चे का बाप बनाना चाहती हूं,
ओए सुन,
मै तेरी लंबी उम्र के लिए वर्त भी रखूंगी,
थोड़ा मेरी खुशी के लिए शर्त भी रखूंगी,
अब बहुत कर ली इधर उधर की बात,
कभी तेरे साथ खताए कर, अश्क बहाना चाहती हूं,
ओए सुन ना,
मै तुझे यार हमसफ़र बनाना चाहती हूं।।
written By…..........
Ghanshyam Choudhary

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ