तेरी हसरतो के साए में गुज़ार दी ज़िंदगी मैंने,

तेरी हसरतो के साए में गुज़ार दी ज़िंदगी मैंने,
कम्बख्त अफ़सोस इस बात का है, तेरी मोहब्बत की इब्तदा(शुरुआत) भी ना हुई
Written By..................
Ghanshyam Choudhary

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