गिर गया हु मै,अपनी नज़र में,
अब मुझसे उठा नहीं जाता,
सब छोड़ के मैंने, तुझसे मोहब्बत की थी,
इल्तज़ा है तुमसे यार मुझे बख्श  दो,
बस बहुत हुआ, अब और टूटा नहीं जाता।
Written By................
Ghanshyam Choudhary

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