माँ के खून के आंसू


गीले में सोई है, सूखे में तुझे सुलाया है,
जो तेरे लिए मौत से लड़ी,
तूने उसे खून के आंसू रुलाया है,

रात भर वो सोती नहीं है, तेरी फिक्र में जागती है,
घोट देती है वो अपनी खुशियों का गला,
तेरे लिए दुआं मांगती है,
घुट पी जाती है गमो के,
किसी से कुछ भी नहीं कहती है,
सुनती है सबके ताने फिर भी, तेरे ख्यालो में रहती है,

दबा देती है अपनी उम्मीदों का गला,
अपनी हसरतो का खून कर डालती है,
आज भी इंतज़ार करती है माँ तेरा,
खुदा से तेरी वापसी की दुआ मांगती है.

Written By..................
Ghanshyam Choudhary
https://www.instagram.com/godfathervoiceofsoul/





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